टीकमगढ़ । मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में अपने तरह की यह अनूठी परम्परा सदियों से चली आ रही है जहां दीपावली के दूसरे दिन गोर्वधन पूजा के बाद मोनिया नृत्य शुरू होता है । टीकमगढ़ जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कुंडेश्वर की जहां स्थित भगवान शिव के मंदिर पर आज ग्वालो के रूप में पहुंची मौनिया नृत्य की टोलिया डोल और नगड़िया की थाप पर जमकर नाची, दरअसल दीपावली के दूसरे कृष्ण भक्त के ग्वाल रूप में ग्रामीण क्षेत्रों से मौन धारण कर गांव-गांव से निकली यह टोलिया तीर्थ स्थलों पर पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना करने के बाद जमकर नाचते है, इसके पश्चात मोनिया नर्तको का यह दल गांव-गांव नाचते गाते घूमते हुये देर शाम तक अपने गांव पहुंचते है, हाथ में लाठी और मोर पंख लिए सजी धजी मोनिया नर्तकों का नृत्य देखते ही बनता है।
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