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बारीगढ़ में धूमधाम से निकले मौनियां जमकर खेली दिवारी


एनाटॉमी के जनक डॉ बीडी चौरसिया जी की समाधि में लगा मेला मौनियों ने जमकर किया नृत्य
बारीगढ़ ।  पूरे देश में दीपावली का त्योहार पूरे जोश उत्साह से मनाया जा रहा है।
दीपावली को हिन्दू धर्म में सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। लोग दूर दूर से अपने गांव घर पहुंचते हैं और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं पटाखे फोड़ते हैं मिठाई बांटते हैं खुशियां मनाते हैं।
दीपावली का त्योहार तीन चार दिन तक धूमधाम से मनाया जाता है।
आज दीवाली के तीसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और बुंदेलखंड अंचल में मौनिया निकलते हैं।
आज बारीगढ़ में भी मौनिया निकले सबसे पहले सुबह मौनिया स्नान करते हैं फिर पूरे दिन मौन व्रत का ब्राह्मणों से संकल्प लेकर निकलते हैं।
माना जाता है कि मौनिया व्रत धारण करने वाले श्रद्धालुओं को सात गांव के मोड़े पार करके वापस अपने घर आना पड़ता है।
बारीगढ़ क्षेत्र में आज जगह जगह मौनिया निकाले गए बारीगढ़ धवारी चंदवारा हटवा अभऊ खेरा कसार मुडहरा बदौराकला जैसे कई गांवों में आज मौनिया महोत्सव मनाया गया।
बारीगढ़ में एनाटॉमी के जनक और चिकित्सा क्षेत्र में बारीगढ़ समेत समूचे बुंदेलखंड की आन बान शान डॉ बीडी चौरसिया जी की समाधि स्थल पर मेले का आयोजन किया गया।
नगरपरिषद बारीगढ़ और डॉ बीडी चौरसिया जी के परिवार के सहयोग से मौनिया नृत्य एवं बुंदेलखंड की प्रसिद्ध दिवारी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
दिवारी कला में निपुण प्रतियोगियों ने जमकर अपनी अपनी कलाबाजियां दिखाई कमेटी की तरफ से जीतने वाली टीमों को सम्मानित कर नगद इनाम भी दिए गए।।
मेले में छोटे बड़े और बच्चों ने खरीददारी की और खाने पीने की दुकानों में जमकर भीड़ देखी गई।
मेले की सुरक्षा में थाना जुझार नगर पुलिस रही तो व्यवस्था नगरपरिषद बारीगढ़ की तरफ से देखी जा रही थी।
मौनिया महोत्सव का इतिहास भगवान श्री कृष्ण एवं महाभारत काल से भी जोड़ा जाता है यादव समाज के साथ साथ सभी समाज के लोग इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

   

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