Header Ads Widget

अजयगढ़ की सरकारी खाद गोदाम से रात में हो रही है खाद की कालाबाजारी


गोदाम प्रभारी के द्वारा व्यापारियों को खुलेआम बेची जा रही है अधिक दाम लेकर यूरिया खाद 
अजयगढ़। पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत शासकीय खाद गोदाम मंडी प्रांगण में खाद गोदाम प्रभारी के द्वारा रात की अंधेरे में व्यापारियों को खुलेआम बेची जा रही है खाद जिला के डी.एम.ओ. खाद्य प्रभारी की सहमति से विकासखंड अजयगढ़ में दिनेश राजपूत डबल लॉक  के खाद गोदाम प्रभारी एवं सहायक प्रभारी सतीश रैकवार व राकेश राजपूत खाद की कालाबाजारी छतरपुर जिला और उत्तर प्रदेश तक करते हैं। दो ट्रैक्टरों के माध्यम से लगभग 153 बोरी खाद गांव की तरफ जा रही थी। खाद से लगे हुए दो ट्रैक्टर जा रहे थे तभी कुछ व्यक्तियों के द्वारा पत्रकारों की इसकी सूचना दी गई थी कि अवैध खाद भरे हुए ट्रैक्टर जा रहे हैं जब पत्रकारों ने संबंध में चालक से पूछा कि आपके बाद दस्तावेज है कि नहीं चालक पत्रकारों को देखकर घबरा गया। बोला कुछ लोग थे वह चले गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोदाम प्रभारी के द्वारा 50 रुपए से ₹100 तक एक्स्ट्रा एवं अधिक रुपए लेकर व्यापारियों को खुलेआम जैसी जा रही है डीएपी एवं यूरिया खाद जबकि किसान एक एक बोरी के लिए दो दो दिन  सुबह से शाम तक टोकन दिए हुए लाइन में लगे रहते हैं फिर भी खाद नहीं मिल पाती है गोदाम प्रभारी को खुलेआम अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। एक ट्रैक्टर खाद ग्राम पंचायत गुमानगंज के  व्यापारी के यहां भेजी गई जो ट्रैक्टर में 100 बोरी लगी हुई बताई गई है । एवं दूसरा ट्रैक्टर ग्राम पंचायत अमरछी का बताया गया था। जबकि अजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी को जानकारी दी गई । लेकिन साहब मौके पर नहीं पहुंचे और ना ही खाद की जांच करवाना उचित समझा  यह समय  रवी फसल का बुवाई का चल रहा है इस समय किसानों को 5 बोरी एवं 10 बोरी से ज्यादा खाद नहीं दी जाए। 1 दिन में  गोदाम प्रभारी के द्वारा बोला जाता है कि जमीन का रकवा चाहे जितना बड़ा हो किसान को पांच बोरी ही मिलेगी । एवं  सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद मिल सके । गोदाम प्रभारी के द्वारा किसानों को ना तो पानी की व्यवस्था की जाती है और ना ही  शौचालय की कोई व्यवस्था है सब राम भरोसे चल रहा है। जबकि गोदाम प्रभारी के द्वारा एक किसान को 20 -25 बोरी खाद रजिस्टर में अंकित की है जहां रजिस्टर में 10 बोरी लिखी थी वहां  वहां दोबारा से 20 बोरी दर्ज करनी पड़ी आनन - फानन में  कई किसानों के रजिस्टर में फर्जी नाम लिख लिए गए गोदाम प्रभारी अपनी कमियां छुपाने के लिए। और जब रजिस्टर से उनकी जमीन का मिलान किया गया तो उसके किसानों के पास उतनी जमीन ही नहीं मिली। गोदाम प्रभारी काफी लंबे समय से लगातार खाद की कालाबाजारी करता चला आ रहा है गोदाम प्रभारी खाद की कालाबाजारी करके छतरपुर जिले भी खाद भेजता है। जब इस संबंध में अजयगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार से बात की गई तो उन्होंने ट्रैक्टर में लदी हुई खाद को उचित नहीं समझा और मौके पर नहीं पहुंचे और ना ही सही जवाब दिया गोल-मोल जवाब देते हुए बचते नजर आए। क्षेत्र के किसानों ने इसकी मांग की है कि इसकी निष्पक्ष जांच हो और गोदाम प्रभारी को हटाया।

Post a Comment

0 Comments